Saturday, July 20, 2013

डेट्रॉइट का मामला

 आज अखबारों में एक खबर थी कि  डेट्रॉइट ने दीवाले की पेशकश की है। यह खबर बिलकुल समझ में नहीं आई। यह पेशकश किसने, किस से, क्यों की है। इसका अर्थ क्या है। यदि यह कोई आर्थिक विफलता का मामला है, तो यह सार्वजानिक क्यों किया गया है? क्या इसकी ज़िम्मेदारी लेकर इसे देश आंतरिक रूप से नियंत्रित नहीं कर सकता?क्या ये खबर छवि सम्बन्धी कोई मसला नहीं उठाती?क्या किसी पूंजीवादी देश का हर शहर या प्रांत कोई अलग आर्थिक इकाई है?यदि यह सरकार पर संकट है, तो क्या इसका हल संभव नहीं है?
यदि सरकारी संपत्ति को बेच कर कर्जे चुकाए जाते हैं, तो क्या यह स्थाई उपाय है?यदि यह प्राथमिक उपचार है, और इसके बाद कोई अन्य प्रभावी कदम उठाया जाना है, तो क्या वह पहले ही नहीं उठा लिया जाना चाहिए?       

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